दून पुलिस ने किया तिहरे हत्याकांड का खुलासा
देहरादून। दून पुलिस ने बडोवाला क्षेत्र में मिले तीन शवों की गुत्थी को सुलझाते हुए हत्याकांड को अंजाम देने वाले हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की इस कामयाबी पर पुलिस महानिदेशक के टीम को प्रशस्ति पत्र देने के साथ ही गढ़वाल क्षेत्र पुलिस महानिरीक्षक ने नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुलिस ने पटेलनगर अंतर्गत बडोवाला पेट्रोल पंप के पास नाले और कूड़े के ढेर से मिले तीन शवों की गुत्थी को सुलझा लिया है। हत्या के आरोप में पुलिस ने नहटौर बिजनौर निवासी एक युवक को गिरफ्तार किया है। मृत महिला से युवक का पिछले दो साल से प्रेम प्रसंग था। आरोप है कि युवक ने महिला के साथ उसकी दो बेटियों को भी मौत के घाट उतार दिया था।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक मंगलवार शाम पुलिस को बडोवाला स्थित पेट्रोल पंप के पास नाले से एक युवती व एक नवजात बच्चे का सड़ा गला शव बरामद हुआ था। रात के चलते पुलिस ने अगले दिन मुआयना के दौरान पुलिस कप्तान अजय सिंह ने टीम को लीड किया। पुलिस को कूड़े के ढेर से भयंकर बदबू आने पर उसे जांचने पर एक महिला का सड़ा गला शव मिला। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल व उसके आसपास जांच की। मौके से एक ब्लू डार्ट कंपनी का नीले रंग का एक बैग और पर्स मिला। बैग में बच्चो व महिला के कपड़े और पर्स में आर्टिफीसियल गहने व अन्य सामान था।
तफ़्तीश के दौरान घटनास्थल से कुछ दूर स्थित टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का नहटौर से देहरादून का एक महिला व एक नाबालिक का टिकट मिला, जो पुलिस के लिए एक लीड थी। जब टिम्बर लाइन फैक्ट्री में जांच की तो वहां भी ब्लू डार्ट कंपनी के नीले बैग मिले। फैक्ट्री कर्मियों की जानकारी जुटाई तो उन्हें नहटौर, बिजनौर निवासी हसीन (36) पुत्र नसीम हाल निवासी ब्रह्मपुरी, पटेलनगर की जानकारी मिली। पूछताछ में हसीन ने नहटौर निवासी एक तलाकशुदा महिला से उसके अवैध संबंध होने की बात कबूल करते हुए उसी महिला व दो बेटियों की हत्या की बात कबूल की। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गुरुवार को मामले का खुलासा किया। बताया कि हत्यारोपी मूलरूप से नहटौर का रहने वाला है व तलाकशुदा है। उसका पिछले 2 सालों से नहटौर की रेशम से प्रेम प्रसंग चल रहा था। चूंकि वह भी तलाकशुदा थी व उसकी दो बेटियां आयात (15) व आयशा (08) थी। जिसके चलते वह उसको लगातार उससे शादी करने व उसे अपने साथ रखने को दबाव बना रही थी। मृतका द्वारा अभियुक्त से अपने खर्चे के लिए पैसे भी मांगे जाते थे, जिसके चलते अभियुक्त महिला से पीछा छुड़ाने को उसे टालता जा रहा था। किंतु महिला द्वारा उसे लगातार फ़ोन व मैसेज कर उसे भी देहरादून साथ ले जाने का दबाव बनाया जा रहा था, जिसपर उसके द्वारा देहरादून में कमरा तलाश करने का बहाना बनाया गया। रविवार को मृतका अभियुक्त को बिन बताये दोनो बेटियों को लेकर आईएसबीटी आ गई व अभियुक्त को बताया। जिसपर अभियुक्त द्वारा अपनी मोटर साईकल यूपी 20बीई9915 से उन्हें लेने आईएसबीटी गया व अपने साथ फैक्ट्री में लाया। रात को उसने उन्हें सुलाया व मौका देख पहले रेशमा का गला दबाकर उसकी हत्या की उसके बाद उसकी बेटियों की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्त द्वारा तीनों शवों को फॉम के गद्दों में लपेटकर रखा व उसके बाहर से पन्नी चढ़ा दी, ताकि किसी को बदबू न आये। हालांकि उन्हीं गद्दों में लपेटने की वजह से शव फूल गए थे। आरोपित ने तीनों शवों को कूड़े के ढेर में फेंक दिया व ब्लू डार्ट की पन्नियों में उनके कपड़े व अन्य सामान भी वहीं घटनास्थल से कुछ दूर फेंक दिया था। महिला की हत्या के बाद उसके मोबाइल व घर की चाबी को हत्यारोपित ने अपने पास रख लिया था जिसे बरामद कर लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि पुलिस की एक टीम को महिला के घर भेजा गया है, ताकि मामले से जुड़े जो भी साक्ष्य है वह पुलिस एकत्रित कर सके। तिहरे हत्याकांड के 48 घंटो में खुलासे पर डीजीपी अभिनव कुमार द्वारा टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने की घोषणा की है। वहीं आईजी गढ़वाल करन नगन्याल द्वारा टीम को 25 हज़ार रुपये नगद ईनाम देने की घोषणा की है।