उत्तराखण्ड

राहत और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम और यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर चैथे दिन राहत और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है और यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए शासन प्रशासन लगातार मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। रेस्क्यू कार्यों में सेना की मदद ली जा रही है। आज सेना की मदद से सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड को जोड़ने के लिए वैकल्पिक पुल का निर्माण किया जा रहा है। केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए शासन प्रशासन लगातार मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट हुए मार्ग पर पैदल पुल बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही हेलीकाॅप्टर की सहायता से श्रद्धालुओं को एयर लिफ्ट किया जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से तीर्थयात्रियों को पैदल मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर लाया जा रहा है। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के चैथे दिन केदारनाथ धाम में फंसे यात्रियों, स्थानीय लोगों एवं मजदूरों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं अन्य सुरक्षा बलों की मदद से लिनचोली तक पहुंचाने के लिए रवाना कर दिया गया है। लिनचोली से एयर लिफ्ट कर इन सभी को रेस्क्यू किया जाएगा। इधर, रामबाड़ा चैमासी ट्रैक से एनडीआरएफ एव एसडीआरएफ की ओर से यात्रियों को रेस्क्यू कर चैमासी पहुंचा दिया गया है। राहत और बचाव अभियान के तहत अब तक करीब नौ हजार से अधिक श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर लिया गया है।

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