भट्टीगांव में महेंद्र राणा ने रखी कालनाथ भैरव मन्दिर की नींव
महेंद्र राणा ने मंदिर निर्माण के लिए किया भूमि पूजन
सतपुली। कल्जीखाल ब्लॉक के भट्टीगांव असवालस्यूं में कालनाथ भैरव मन्दिर के स्थापना भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रान्तीय प्रमुख संगठन के अध्यक्ष महेन्द्र राणा ने किया प्रतिभाग। आज कल्जीखाल ब्लॉक के भट्टीगांव असवालस्यूं में कालनाथ भैरव मन्दिर के स्थापना एवं भूमि पूजन कार्यक्रम में भट्टीगांव पहुंचने पर ग्राम वासियों ने ढोल-दमाऊ एवं फूल मालाओं से प्रमुख संगठन के अध्यक्ष महेन्द्र राणा का स्वागत किया ।
आपकों बता दे कि लोदी बन्धुओं एवं ग्राम वासियों के सहयोग से गांव में कालनाथ भैरव मन्दिर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। आज महेन्द्र राणा ने भूमि की पूजा-अर्चना कर मन्दिर की नीव रखी। इस मौके पर महेन्द्र राणा ने कहा कि हमें अपने ईष्ट देवी देवताओं का पूजन करना चाहिए। बलोदी बन्धुओं द्वारा मन्दिर निर्माण की पहल एक हमारी आस्था का प्रतीक है। हमें अपनी संस्कृति को बचाये रखने के लिये हर सम्भव प्रयास करने चाहिए। बलोदी बन्धुओं द्वारा शॉल ओढाकार महेन्द्र राणा को सम्मानित किया।
इस अवसर पर श्री अर्जुन पटवाल कनिष्ठ उपप्रमुख, श्री विवेक नेगी क्षेत्र पंचायत सदस्य, श्री मायाराम प्रधान भट्टीगांव, ललित असवाल क्षेत्र पंचायत सदस्य, रमेश चन्द्र शाह प्रधान दिउसा, नवीन कुमार प्रधान बड़कोट, सुनील सिंह नेगी प्रधान सुतारगांव, नवीन कुमार प्रधान धौड़ा, वीरेन्द्र विष्ट पूर्व प्रधान, दिगम्बर सिंह पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, रीठा भाई पूर्व क्षेत्र पंचायत, दीपक असवाल, मोहन सिंह नेगी गुरूजी, प्रधान सुरालगांव, प्रधान डुंक, प्रधान लहेड़ा, रवेन्द्र बड़कोट, राकेश असवाल पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, श्री संजय सिंह प्रधान सूला, चन्द्रप्रकाश खर्कवाल पूर्व प्रधान, रतन सिंह पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, रणवीर सिंह पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, पूरण सिंह नेगी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, मनमोहन विष्ट, पूर्व सहायक विकास अधिकारी(पं0), आनन्द प्रकाश बलोदी रिटायर्ड तहसीलदार, देवेन्द्र प्रसाद बलोदी, भुवनेश्वर बलोदी, मुकेश चन्द्र बलोदी(शास्त्री), सर्वेश्वर प्रसाद बलोदी, श्री अतुल बलोदी(पटवारी), राजेन्द्र प्रसाद बलोदी, कमलेश बलोद (प्रशासनिक अधिकारी), राजेन्द्र प्रसाद बलोदी, अनामिका देवी, मुन्नी देवी, चम्पा देवी, कुसुम लता देवी आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन कमलेश बलोदी एवं अतुल बलोदी ने किया।