उत्तराखण्ड

विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम रहेगी तैनात

उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री-यमुनोत्री क्षेत्र में इस बार विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात रहेंगे। इन दोनों धामों तथा यात्रा मार्गों व पड़ावों पर बड़ी संख्या में चिकित्सकों एवं पैरामेडीकल स्टाफ की तैनाती करने के साथ ही यमुनोत्री व गोमुख के पैदल मार्ग पर त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए 40 एफएमआर तैनात रहेंगे। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित यात्रा मार्गों व पड़ावों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को चाक-चौबंद रखने के साथ ही किसी भी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने पिछली यात्राओं के आंकड़ों एवं अनुभवों के आधार पर संवेदनशील स्थानों पर स्वास्थ्य सुविधाओं व संसाधनों को बढाने पर जोर देते हुए कहा कि यमुनोत्री मार्ग पर भंडेलीगाड के वैकल्पिक मार्ग पर प्रस्तावित मेडीकल रिलीफ पोस्ट तय समय में स्थापित कर दी जाय और यात्रा काल में मार्ग के सभी अस्पतालों व एंबुलेंस को निरंतर सतर्क व तत्पर रखा जाय। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने चारधाम यात्रा को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं और तैयारियां को लेकर विभागवार अलग-अलग वर्चुअल बैठकों का सिलसिला शुरू किया है। इसी कड़ी में आज दो सत्रों में स्वास्थ्य, पेयजल, पार्किंग एवं परिवहन व्यवस्था से जुड़े विभागों के कार्यों व व्यवस्थाओं की प्रगति और यात्रा से जुड़ी कार्य योजना की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बी.एस. रावत एवं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.आर.सी. आर्य ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का ब्यौरा देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा के लिए जिले में इस बार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जानकीचट्टी एवं गंगोत्री में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है। जिसके लिए 24 विशेषज्ञ चिकित्सकों की 15-15 दिनों के रोस्टर की व्यवस्था की जा चुकी है। इन दोनों अस्पतालों में हर समय दो-दो सामान्य चिकित्सक भी तैनात रहेंगे, जिसके लिए रोस्टर के आधार पर जिले के बाहर से 28 डॉक्टर्स एवं जिले के 09 डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई जा चुकी है। चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी स्क्रीनिंग के लिए यमुनोत्री मार्ग पर दोबाटा (बड़कोट) एवं जानकीचट्टी और गंगोत्री मार्ग पर हीना चेक पोस्ट पर स्क्रीनिंग केन्द्र बनाए गए हैं। प्रत्येक केन्द्र पर हर शिफ्ट में एक एलोपैथिक व एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के साथ ही चार से छः पैरामेडिकल व सहयोगी स्टाफ की तैनाती रहेगी। इन तीनों जगहों पर गैरसरकारी संगठन हंस फाउंडेशन के द्वारा भी हेल्थ स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। यमुनोत्री धाम के साथ ही बम्बूहाट और भंडेलीगाड में कुल तीन मेडीकल रिलीफ पोस्ट (एमआरपी) स्थापित की जा रही हैं। इस पोस्ट पर चिकित्सक, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वॉय तैनात रहेंगे। इसके साथ ही जानकीचट्टी से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर त्वरित प्राथमिक चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए 30 प्रशिक्षित स्वास्थ्य मित्र (एफएमआर) तैनात रहेंगे। इसी तरह गंगोत्री-गोमुख मार्ग पर भी 10 एफएमआर की तैनाती की गई है। जिले में यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य विभाग की 16 एवं 108-एंबुलेंस सेवा की 13 एंबुलेंस उपलब्ध हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में दवाओं, ऑक्सीजन व उपकरणों के साथ ही निरंतर चिकित्सकों एवं स्टाफ की की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर खड़ी चढाई वाले स्थानों पर अधिक संख्या में एफएमआर की तैनाती करने व ऑक्सीजन सिलेंडर्स की उपलब्धता रखने की हिदायत देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि किसी स्थान से एंबुलेंस के दूरस्थ अस्पताल के लिए रवाना होने की दशा में बैकअप एंबुलेंस की व्यवस्था रखी जाय। जिलाधिकारी ने यात्रा ड्यूटी पर तैनात चिकित्साकर्मियों की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखे जाने की हिदायत देते हुए कहा कि हंस फाउंडेशन को जानकीचट्टी में केन्द्र के संचालन एवं आवासीय सुविधा के लिए प्रशासन पूरा सहयोग देगा।

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