उत्तराखण्ड

मूर्ति उत्सव रविवार 15 सितंबर को आयोजित होगा

गोपेश्वर। श्री बदरीनाथ धाम में इस यात्रा वर्ष माता मूर्ति उत्सव रविवार 15 सितंबर को आयोजित होगा। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ने माता मूर्ति उत्सव के लिए तैयारियां पूरी कर ली है। वहीं, कल शुक्रवार को बामणी गांव में मां नंदा मेला नंदाष्टमी कार्यक्रम का भी समापन हो जायेगा। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह भाद्रपद वामन द्वादशी तिथि के दिन को भगवान बदरीविशाल के प्रतिनिधि श्री उद्धव जी भगवान बदरीनाथ जी की माता मूर्ति देवी के कुशल क्षेम जानने को माणा स्थिति माता मूर्ति मंदिर जायेंगे। इससे पहले शनिवार शाम को सीमांत गांव माणा से भगवान बदरीविशाल के क्षेत्रपाल श्री घंटाकर्ण जी भगवान बदरीनाथ को मातमूर्ति आने का न्यौता देने श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंचेगे। शनिवार को ही प्रातः काल नारद कुंड के समीप देव ऋर्षि नारद की पूजा-अर्चना होगी।15 सितंबर रविवार को प्रातः पूजा-अर्चना तथा बालभोग के बाद पूर्वाह्न 10 बजे तक श्री उ व जी पालकी मैं बैठकर समारोह पूर्वक माता मूर्ति मंदिर को प्रस्थान करेंगे। तथा शायं तीन बजे तक माता मूर्ति में ही विराजमान रहेंगे। इस दौरान दस बजे दिन के बाद शायं तीन बजे तक श्री बदरीनाथ मंदिर बंद रहेगा। इसी दिन रविवार शायंकाल तीन बजे बाद पुनः मंदिर श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए खुल जायेगा।  देर शाम बदरीनाथ मंदिर में श्री कुबेर जी का देवस्नान गाडू भी संपन्न होगा। माता मूर्ति उत्सव में श्री उद्धव जी की देव डोली के साथ -साथ ही रावल अमरनाथ नंबूदरी, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार,एवं सदस्यगण, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी,धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल वेदपाठी रविंद्र भट्ट सहित मंदिर कर्मचारी एवं पुलिस – प्रशासन के प्रतिनिधि सहित डिमरी हक-हकूकधारी माता मूर्ति को प्रस्थान करेंगे। माता मूर्ति मंदिर में पुजारी सुशील डिमरी पूजा-अर्चना की तैयारी करेंगे। माता मूर्ति पहुंचकर श्री उद्धव जी माता मूर्ति मंदिर में माता को भगवान बदरीविशाल की कुशल क्षेम बतायेंगे। तथा माता मूर्ति मंदिर में अभिषेक पूजा -अर्चना संपन्न होगी एवं भगवान बदरीविशाल का दिन का भोग माता मूर्ति में ही लगाया जायेगा। अपराह्न ढ़ाई बजे बाद श्री उद्धव जी समारोह के साथ माता मूर्ति से विदा लेकर शायं तीन बजे तक श्री बदरीनाथ मंदिर में विराजमान हो जायेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button