उत्तराखण्ड

डेंगू को लेकर चौकन्ना रहें विभाग : डॉ रावत

ड़ेंगू कोलेकर सतर्क रहें स्वास्थ्य विभाग

देहरादून। स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर धन सिंह रावत ने  स्वास्थ्य वी विभाग को डेंगू के नियंत्रण और रोकथाम के लिए अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने सभी जिलों के जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जनपद स्तर पर डेंगू नियंत्रण को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।  उन्होंने कहा कि डेंगू के नियंत्रण एवं रोकथाम अभियान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में डेंगू के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के  निर्देश दिये हैं। जिसके तहत सभी जनपदों में मुख्य चिकित्साधिकारी के नेतृत्व में 16 मई  से 15 जून  तक जन जागरूकता अभियान चलाये गये जिसके तहत विभिन्न माध्यमों से आम जन को डेंगू रोकथाम के प्रति जागरूक किया गया। विभागीय मंत्री ने बताया कि सूबे में बरसात का सीजन शुरू हो गया है,ऐसे में डेंगू संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, लिहाजा सभी जनपदों के जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को डेंगू नियंत्रण को लेकर सख्त कदम उठाने को कहा। उन्होंने डेंगू संभावित जनपदों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी एवं नैनीताल के मैदानी क्षेत्रों में जनजागरूकता एवं बचाव हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा रेखीय विभागों शहरी विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, परिवहन विभाग, सिंचाई विभाग, जलापूर्ति विभाग, कृषि विभाग, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन, मौसम विभाग, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा व सूचना विभाग के साथ मिलकर प्रदेशभर में वृहद स्तर पर डेंगू नियंत्रण को जनजागरूकता अभियान संचालित करने व इसकी निंरतर मॉनिटिरिंग करने के निर्देश भी दिये गये हैं। डा. रावत ने बताया कि शीघ्र ही रेखीय विभागों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर डेंगू रोकथाम के लिये और प्रभावी कदम उठाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार है यदि किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखाई देते है तो प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों में डेंगू की निःशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही डेंगू रोगियों के समुचित उपचार के लिये प्रदेशभर की चिकित्सा ईकायों में 1466 डेंगू आईसोलेशन बेड आरक्षित किये गये हैं, जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया भी जा सकता है। इसके अलावा डेंगू के गंभीर रोगियों के लिये ब्लड बैंकों में प्लेटलेट की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। वही  राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभारी अधिकारी डा. पंकज सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम में डेंगू का संचरण एवं प्रसार तेजी से होता है। संक्रमित मच्छर के काटने पर स्वस्थ व्यक्ति में डेंगू बुखार के लक्षण प्रकट होते हैं जो 3 से 14 दिनों तक हो सकता है। डेंगू बुखार (साधारण), डेंगू हेमरेजिक व डेंगू शॉक सिन्ड्रोम है। डेंगू बुखार में संक्रमित व्यक्ति को ठंड के साथ तेज बुखार आता है इसके अलावा सरदर्द, बदन दर्द व मांशपेसियों तथा जोड़ों में दर्द होता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button